New transactions rules: UPI यूज़ करने वालों के लिए बड़ी खबर! बैलेंस चेक और ऑटोपे पर लगी लिमिट,जानिए 16 जून से क्या-क्या बदलने वाला है

New transactions rules: यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) अब और तेज़ और बेहतर अनुभव के लिए तैयार है। नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) द्वारा 26 अप्रैल और 21 मई 2025 को जारी सर्कुलर के अनुसार, UPI ट्रांजेक्शन की स्पीड को बढ़ाने और सिस्टम की परफॉर्मेंस सुधारने के लिए कई बड़े बदलाव किए जा रहे हैं।

16 जून 2025 से लागू होंगे ये बड़े बदलाव

NPCI ने साफ किया है कि UPI ट्रांजेक्शन की response time को घटाया जा रहा है ताकि उपयोगकर्ताओं को जल्दी सेवा मिल सके।

UPI APIसंलग्न संस्थाएंपुराना रेस्पॉन्स टाइमनया रेस्पॉन्स टाइम
Request Pay, Response Pay (डेबिट और क्रेडिट)रेमिटर बैंक, बेनिफिशियरी बैंक30 सेकंड15 सेकंड
ट्रांजेक्शन स्टेटस चेक करनारेमिटर बैंक, बेनिफिशियरी बैंक30 सेकंड10 सेकंड
ट्रांजेक्शन रिवर्सल (डेबिट और क्रेडिट)रेमिटर बैंक, बेनिफिशियरी बैंक30 सेकंड10 सेकंड
पता सत्यापन (Pay, Collect)पेयर PSP, पेयी PSP, बेनिफिशियरी बैंक15 सेकंड10 सेकंड

NPCI का कहना है कि सभी सदस्य संस्थानों को अपने सिस्टम में इन बदलावों को सुनिश्चित करना होगा ताकि नई समयसीमा का पालन हो सके।

अगस्त 2025 से लागू होंगे ये अतिरिक्त बदलाव:

NPCI ने 21 मई को एक और सर्कुलर जारी करते हुए कुछ अतिरिक्त गाइडलाइंस दी हैं, जिनका पालन 31 जुलाई 2025 तक करना अनिवार्य होगा।

बैलेंस चेक:

अब हर ग्राहक दिन में केवल 50 बार बैलेंस चेक कर सकेगा।

लिस्ट अकाउंट:

हर ग्राहक किसी ऐप के माध्यम से दिन में केवल 25 बार अपने लिंक किए गए खातों की सूची देख सकेगा।

ऑटोपे मैंडेट:

  • हर मैंडेट पर केवल 1 प्रयास और 3 रीट्राई की अनुमति होगी।
  • यह प्रक्रिया नॉन-पीक ऑवर्स में ही की जाएगी।
  • पीक आवर्स: सुबह 10:00 बजे से दोपहर 1:00 बजे तक और शाम 5:00 बजे से रात 9:30 बजे तक

NPCI का उद्देश्य

इन सभी परिवर्तनों का उद्देश्य UPI को और अधिक तेज़, सुरक्षित और यूजर-फ्रेंडली बनाना है। ग्राहक, बैंक, और पेमेंट सर्विस प्रोवाइडर्स (PhonePe, Google Pay, Paytm आदि) सभी को इन निर्देशों के अनुसार अपने सिस्टम अपडेट करने होंगे।

निष्कर्ष-New transactions rules

यदि आप भी UPI का उपयोग करते हैं तो यह जानना जरूरी है कि 16 जून से आपके ट्रांजेक्शन और तेज़ होंगे, और अगस्त से कुछ सीमाएं लागू होंगी। यह बदलाव आपके डिजिटल भुगतान अनुभव को और अधिक सुविधाजनक और सुरक्षित बनाएंगे।

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